आज उसका आखिरी ऑपरेशन था और उसकी पेंटिंग भी पूरी हो चुकी थी। आज उसका आखिरी ऑपरेशन था और उसकी पेंटिंग भी पूरी हो चुकी थी।
न जाने कौन से आसमान से एक काला बादल ज़मीन पर उतरा और ज़िन्दगी से बोला - "छपाक" ! न जाने कौन से आसमान से एक काला बादल ज़मीन पर उतरा और ज़िन्दगी से बोला - "छपाक" !
माँ की आवाज किसी स्वर लहरी की तरह उसके कानों में गूंज रहे थे। माँ की आवाज किसी स्वर लहरी की तरह उसके कानों में गूंज रहे थे।
यह खुशखबरी मनोज को भी तो देनी है। उसने तो बच्ची का नाम भी सोच लिया है 'अंकिता'। यह खुशखबरी मनोज को भी तो देनी है। उसने तो बच्ची का नाम भी सोच लिया है 'अंकित...
प्रत्येक पात्र में कोई न कोई ऐसी विशेषता है जिसकी चर्चा पाठक आसानी से कर सकता है। प्रत्येक पात्र में कोई न कोई ऐसी विशेषता है जिसकी चर्चा पाठक आसानी से कर सकता है...
अमित भीड़ चिर कर नाली में पडे उस शव की तरफ देखने लगा और उसका चेहरा देखकर सन्न रह गया। व अमित भीड़ चिर कर नाली में पडे उस शव की तरफ देखने लगा और उसका चेहरा देखकर सन्न रह ...